- -मुख्यमंत्री भूपेश ने राज्य में जंगलराज कायम कर रखा है : अजीत जोगी
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पुत्र अमित जोगी को फर्जी जाति प्रमाणपत्र मामले में मंगलवार सुबह बिलासपुर और गौरेला पुलिस ने मरवाही सदन से गिरफ्तार किया है। इस दौरान जोगी के समर्थक मौके पर मौजूद रहे लेकिन उनको किनारे कर अमित जोगी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। हालांकि इस दौरान कार्यकर्ता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। बताया जा रहा है पुलिस उन्हें गौरेला न्यायालय ले जा सकती है। वहीं इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री एवं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के पार्टी सुप्रीमो अजीत जोगी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में कानून का राज नहीं है, यहां भूपेश ने जंगलराज कायम कर रखा है।उन्होंने कहा कि अमित जोगी के पक्ष में हाईकोर्ट का फैसला पहले ही आ चुका है और यदि भूपेश बघेल की पुलिस उस फैसले के खिलाफ जाकर अमित की गिरफ्तारी कर रही है तो यह कोर्ट की अवमाना है। इससे यह भी सिद्ध होता है भूपेश बघेल खुद को न्यायपालिका से ऊपर मानते हैं। अजीत जोगी ने कहा कि बदले की राजनीति छोड़कर मुख्यमंत्री भूपेश को छत्तीसगढ़ के गरीबों के विकास और कल्याण के बारे में सोचना चाहिए तथा प्रदेश में व्यप्त अराजकता व भ्रष्ट्राचार को कम करने के लिए कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि भूपेश के सात महीने के कार्यकाल में राज्य में शासन नाम की कोई चीज नहीं है। उल्लेखनीय है कि जिला पंचायत उपाध्यक्ष भाजपा नेता समीरा पैकरा के नेतृत्व में दर्जनों आदिवासियों ने सोमवार को अमित जोगी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया था। प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए अमित जोगी के खिलाफ फरवरी 2019 को सिविल लाइन थाने में दर्ज मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद आज पुलिस ने इस मामले में तत्परता दिखाई। दरअसल समीरा पैकरा ने वर्ष 2013 में मरवाही विधानसभा से भाजपा के टिकट पर अमित जोगी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। चुनाव में हार मिलने के बाद समीरा ने अमित पर चुनाव में नामांकन के समय छूट और गलत जन्म स्थान बताने को लेकर थाने में धारा-420 का अपराध पंजीबद्ध कराया था। गौरेला थाने में मामला दर्ज था लेकिन भाजपा सरकार में गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। फिलहाल अमित जोगी की गिरफ्तारी हो चुकी है।
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